Tag: Poem

हार – जीत

मन के हारे हार है,  मन के जीते जीत, ढूंढ़ो तो मिल जाएंगे, सबके दिलो में प्रीत, रात चाहे जितनी लम्बी,  इक सवेरा हो ही जाता है, तिनका तिनका जोड़ने पर, इक बसेरा हो ही जाता है। मुश्किलों से ना डरो तुम, हार न मानो लड़ो तुम, जब मंजिल मिलने की आस न हो, फिर …

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